"खुशखबरी“, "जीवन के शब्द", "इंजील गीत"-(हिंदी,বাঙালি,తెలుగు,मराठी,தமிழ்,اردو,ગુજરાતી,ಕನ್ನಡ,മലയാളം,ଓଡ଼ିଆ,ਪੰਜਾਬੀ,Ôxômiya,etc.)-संख्या से सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं (१-६०) भारत में // (Hindi,,Bengali,Telugu,Marathi,Tamil,Urdu,Gujarati,Kannada,Malayalam,O

Tze-John Liu

INDIAN MOST POPULAR LANGUAGES BY NUMBER(FROM No.1 TO No.60) /“GOOD NEWS”, “ WORDS OF LIFE”, AND ”GOSPEL SONGS“ // संख्या से सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं (१-६०) भारत में - ”खुशखबरी“, "जीवन के शब्द", "इंजील गीत"

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    === ”खुशखबरी“, "जीवन के शब्द", "इंजील गीत" - संख्या के हिसाब से भारतीय सबसे (नंबर १ से नंबर १२ तक)लोकप्रिय भाषाएं - (हिंदी, बंगाली, तेलुगु, मराठी, तमिल, उर्दू, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, पंजाबी, असमिया, आदि) / “Good News”, "Words of Life", and "Gos

    === “Good News”, "Words of Life", and "Gospel Songs" - India Most Popular Languages by Number (From No.1 to No.12) ===
    1 कुरिन्थियों - अध्याय 15
    1 हे भाइयों, मैं तुम्हें वही सुसमाचार बताता हूं जो पहिले सुना चुका हूं, जिसे तुम ने अंगीकार भी किया था और जिस में तुम स्थिर भी हो। 2 उसी के द्वारा तुम्हारा उद्धार भी होता है, यदि उस सुसमाचार को जो मैं ने तुम्हें सुनाया था स्मरण रखते हो; नहीं तो तुम्हारा विश्वास करना व्यर्थ हुआ। 3 इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया। 4 ओर गाड़ा गया; और पवित्र शास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा। 5 और कैफा को तब बारहों को दिखाई दिया। 6 फिर पांच सौ से अधिक भाइयों को एक साथ दिखाई दिया, जिन में से बहुतेरे अब तक वर्तमान हैं पर कितने सो गए। 7 फिर याकूब को दिखाई दिया तब सब प्रेरितों को दिखाई दिया। 8 और सब के बाद मुझ को भी दिखाई दिया, जो मानो अधूरे दिनों का जन्मा हूं। 9 क्योंकि मैं प्रेरितों में सब से छोटा हूं, वरन प्रेरित कहलाने के योग्य भी नहीं, क्योंकि मैं ने परमेश्वर की कलीसिया को सताया था। 10 परन्तु मैं जो कुछ भी हूं, परमेश्वर के अनुग्रह से हूं: और उसका अनुग्रह जो मुझ पर हुआ, वह व्यर्थ नहीं हुआ परन्तु मैं ने उन सब से बढ़कर परिश्रम भी किया: तौभी यह मेरी ओर से नहीं हुआ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह से जो मुझ पर था। 11 सो चाहे मैं हूं, चाहे वे हों, हम यही प्रचार करते हैं, और इसी पर तुम ने विश्वास भी किया॥ 

    7 September 2023, 12:44 am
  • 3 minutes 57 seconds
    [1].Hindi Gospel Song-(TERI AARADHANA KARU).mp4

    [१]."TERI AARADHANA KARU"-(Your Worship).mp4///

    21 December 2016, 10:55 pm
  • 4 minutes 48 seconds
    Awesome Hindi Worship Song-"Yeshu Tera naam" With Lyrics-(Jesus is Your Name).mp4

    "Yeshu Tera naam" -(Jesus is Your Name).mp4 //



    21 December 2016, 10:34 pm
  • 2 minutes 58 seconds
    हिंदी - "भगवान ने हम सबको बनाया".mp3

    Hindi - "God Made Us All".mp3 

    21 December 2016, 1:45 am
  • 58 minutes 51 seconds
    हिंदी-"शुभ समाचार एवं प्रभु प्रार्थना"।mp4

    Hindi - "Good News & Lord's Prayer".mp4 //
    यूहन्ना - अध्याय 1

     1 आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।
    2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था।
    3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई।
    4 उस में जीवन था; और वह जीवन मुनष्यों की ज्योति थी।
    5 और ज्योति अन्धकार में चमकती है; और अन्धकार ने उसे ग्रहण न किया।
    6 एक मनुष्य परमेश्वर की ओर से आ उपस्थित हुआ जिस का नाम यूहन्ना था।
    7 यह गवाही देने आया, कि ज्योति की गवाही दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास लाएं।
    8 वह आप तो वह ज्योति न था, परन्तु उस ज्योति की गवाही देने के लिये आया था।
    9 सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी।
    10 वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्पन्न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहिचाना।
    11 वह अपने घर आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया।
    12 परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं।
    13 वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं।
    14 और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा।
    15 यूहन्ना ने उसके विषय में गवाही दी, और पुकारकर कहा, कि यह वही है, जिस का मैं ने वर्णन किया, कि जो मेरे बाद आ रहा है, वह मुझ से बढ़कर है क्योंकि वह मुझ से पहिले था।
    16 क्योंकि उस की परिपूर्णता से हम सब ने प्राप्त किया अर्थात अनुग्रह पर अनुग्रह।
    17 इसलिये कि व्यवस्था तो मूसा के द्वारा दी गई; परन्तु अनुग्रह, और सच्चाई यीशु मसीह के द्वारा पहुंची।
    18 परमेश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा, एकलौता पुत्र जो पिता की गोद में हैं, उसी ने उसे प्रगट किया॥

    21 December 2016, 1:35 am
  • 29 minutes 26 seconds
    हिंदी - "यीशु: शिक्षक और मरहम लगाने वाले".mp4

    Hindi - "Jesus: Teacher and Healer".mp4 //
    1 कुरिन्थियों - अध्याय 13

    यदि मैं मनुष्यों, और सवर्गदूतों की बोलियां बोलूं, और प्रेम न रखूं, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झांझ हूं।
    2 और यदि मैं भविष्यद्वाणी कर सकूं, और सब भेदों और सब प्रकार के ज्ञान को समझूं, और मुझे यहां तक पूरा विश्वास हो, कि मैं पहाड़ों को हटा दूं, परन्तु प्रेम न रखूं, तो मैं कुछ भी नहीं।
    3 और यदि मैं अपनी सम्पूर्ण संपत्ति कंगालों को खिला दूं, या अपनी देह जलाने के लिये दे दूं, और प्रेम न रखूं, तो मुझे कुछ भी लाभ नहीं।
    4 प्रेम धीरजवन्त है, और कृपाल है; प्रेम डाह नहीं करता; प्रेम अपनी बड़ाई नहीं करता, और फूलता नहीं।
    5 वह अनरीति नहीं चलता, वह अपनी भलाई नहीं चाहता, झुंझलाता नहीं, बुरा नहीं मानता।
    6 कुकर्म से आनन्दित नहीं होता, परन्तु सत्य से आनन्दित होता है।
    7 वह सब बातें सह लेता है, सब बातों की प्रतीति करता है, सब बातों की आशा रखता है, सब बातों में धीरज धरता है।
    8 प्रेम कभी टलता नहीं; भविष्यद्वाणियां हों, तो समाप्त हो जाएंगी, भाषाएं हो तो जाती रहेंगी; ज्ञान हो, तो मिट जाएगा।
    9 क्योंकि हमारा ज्ञान अधूरा है, और हमारी भविष्यद्वाणी अधूरी।
    10 परन्तु जब सवर्सिद्ध आएगा, तो अधूरा मिट जाएगा।
    11 जब मैं बालक था, तो मैं बालकों की नाईं बोलता था, बालकों का सा मन था बालकों की सी समझ थी; परन्तु सियाना हो गया, तो बालकों की बातें छोड़ दी।
    12 अब हमें दर्पण में धुंधला सा दिखाई देता है; परन्तु उस समय आमने साम्हने देखेंगे, इस समय मेरा ज्ञान अधूरा है; परन्तु उस समय ऐसी पूरी रीति से पहिचानूंगा, जैसा मैं पहिचाना गया हूं।
    13 पर अब विश्वास, आशा, प्रेम थे तीनों स्थाई है, पर इन में सब से बड़ा प्रेम है।



    21 December 2016, 1:25 am
  • 27 minutes 18 seconds
    हिंदी - "यीशु: प्रभु और मुक्तिदाता".mp4


    Hindi - "JESUS: Lord and Saviour".mp4

    21 December 2016, 1:23 am
  • 59 minutes 21 seconds
    हिंदी - "जीवन के शब्द और सुसमाचार गीत"।mp4

    Hindi Language - "Words of Life and Gospel Songs".mp4 //
    यशायाह - अध्याय 52

    13 देखो, मेरा दास बुद्धि से काम करेगा, वह ऊंचा, महान और अति महान हो जाएगा।
    14 जैसे बहुत से लोग उसे देखकर चकित हुए (क्योंकि उसका रूप यहां तक बिगड़ा हुआ था कि मनुष्या का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी),
    15 वैसे ही वह बहुत सी जातियों को पवित्र करेगा और उसको देखकर राजा शान्त रहेंगे; क्योंकि वे ऐसी बात देखेंगे जिसका वर्णन उनके सुनने में भी नहीं आया, और, ऐसी बात उनकी समझ में आएगी जो उन्होंने अभी तक सुनी भी न थी॥
    ================
    यशायाह - अध्याय 53
    1
    जोसमाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?
    2 क्योंकि वह उसके साम्हने अंकुर की नाईं, और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले; उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते, और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते।
    3 वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था; वह दु:खी पुरूष था, रोग से उसकी जान पहिचान थी; और लोग उस से मुख फेर लेते थे। वह तुच्छ जाना गया, और, हम ने उसका मूल्य न जाना॥
    4 निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा।
    5 परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं।
    6 हम तो सब के सब भेड़ों की नाईं भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया॥
    7 वह सताया गया, तौभी वह सहता रहा और अपना मुंह न खोला; जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय वा भेड़ी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती है, वैसे ही उसने भी अपना मुंह न खोला।
    8 अत्याचार कर के और दोष लगाकर वे उसे ले गए; उस समय के लोगों में से किस ने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवतों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी।
    9 और उसकी कब्र भी दुष्टों के संग ठहराई गई, और मृत्यु के समय वह धनवान का संगी हुआ, यद्यपि उसने किसी प्रकार का अपद्रव न किया था और उसके मुंह से कभी छल की बात नहीं निकली थी॥
    10 तौभी यहोवा को यही भाया कि उसे कुचले; उसी ने उसको रोगी कर दिया; जब तू उसका प्राण दोषबलि करे, तब वह अपना वंश देखने पाएगा, वह बहुत दिन जीवित रहेगा; उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।
    11 वह अपने प्राणों का दु:ख उठा कर उसे देखेगा और तृप्त होगा; अपने ज्ञान के द्वारा मेरा धर्मी दास बहुतेरों को धर्मी ठहराएगा; और उनके अधर्म के कामों का बोझ आप उठा लेगा।
    12 इस कारण मैं उसे महान लोगों के संग भाग दूंगा, और, वह सामर्थियों के संग लूट बांट लेगा; क्योंकि उसने अपना प्राण मृत्यु के लिये उण्डेल दिया, वह अपराधियों के संग गिना गया; तौभी उसने बहुतों के पाप का बोझ उठ लिया, और, अपराधियों के लिये बिनती करता है॥


    21 December 2016, 1:16 am
  • 2 minutes 48 seconds
    [२]."দ্য ক্রুশবিদ্ধকরণ" - বাঙালি.mp4

    [2]. Bangali  - "The Crucifixion".mp4 //







    21 December 2016, 12:56 am
  • 4 minutes 23 seconds
    "DHONNOBAD HOK"-বাংলা গসপেল গান.mp4

    BANGLA GOSPEL SONG- "DHONNOBAD HOK".mp4 //
    করিন্থীয় ১ অধ্যায় 15

    1 আমার ভাই ও বোনেরা, তোমাদের কাছে আমি য়ে সুসমাচার প্রচার করেছি, এখন আমি সে কথা তোমাদের স্মরণ করিয়ে দিচ্ছি৷ তোমরা এই বার্তা গ্রহণ করেছ ও সবল আছ৷
    2 এই বার্তার মাধ্যমে তোমরা উদ্ধার পেয়েছ, অবশ্য তোমরা যদি তা ধরে রাখ এবং তাতে পূর্ণরূপে বিশ্বাস রাখ৷ তা না করলে তোমাদের বিশ্বাস বৃথা হয়ে যাবে৷
    3 আমি য়ে বার্তা পেয়েছি তা গুরুত্বপূর্ণ মনে করে তোমাদের কাছে পৌঁছে দিয়েছি৷ সেগুলি এইরকম: শাস্ত্রের কথা মতো খ্রীষ্ট আমাদের পাপের জন্য মরলেন,
    4 এবং তাঁকে কবর দেওয়া হয়েছিল৷ আবার শাস্ত্রের কথা মতো মৃত্যুর তিন দিন পর তাঁকে মৃতদের মধ্যে থেকে জীবিত করা হল৷
    5 আর তিনি পিতরকে দেখা দিলেন এবং পরে সেই বারোজন প্রেরিতকে দেখা দিলেন৷
    6 এরপর তিনি একসঙ্গে সংখ্যায় পাঁচশোর বেশী বিশ্বাসী ভাইদের দেখা দিলেন৷ তাদের মধ্যে বেশীর ভাগ লোক এখনও জীবিত আছেন, কিছু লোক হয়তো এতদিনে মারা গেছেন৷
    7 এরপর তিনি যাকোবকে দেখা দিলেন এবং পরে প্রেরিতদের সকলকে দেখা দিলেন৷
    8 সব শেষে অসময়ে জন্মেছি য়ে আমি সেই আমাকেও দেখা দিলেন৷
    9 প্রেরিতরা আমার থেকে মহান, কারণ ঈশ্বরের মণ্ডলীকে আমি নির্য়াতন করতাম, প্রেরিত নামে পরিচিত হবার য়োগ্যও আমি নই৷
    10 কিন্তু এখন আমি যা হয়েছি, তা ঈশ্বরের অনুগ্রহের গুনেই হয়েছে৷ আমার প্রতি তাঁর য়ে অনুগ্রহ তা নিষ্ফল হয় নি, বরং আমি তাদের সকলের থেকে অধিক পরিশ্রম করেছি৷ তবে আমি য়ে এই কাজ করেছিলাম তা নয়; কিন্তু আমার মধ্যে ঈশ্বরের য়ে অনুগ্রহ ছিল তাতেই তা সন্ভব হয়েছে৷
    11 সুতরাং আমি বা অন্যরা যারাই তোমাদের কাছে প্রচার করে থাকি না কেন, সকলে একই সুসমাচার প্রচার করেছিলাম, যা তোমরা বিশ্বাস করেছ৷

    21 December 2016, 12:53 am
  • 5 minutes 50 seconds
    "Kalveri Shirey"-বাংলা গসপেল গান.mp4Bengali Gospel Song-"Kalveri Shirey".mp4

    Bengali Gospel Song-"Kalveri Shirey".mp4

    21 December 2016, 12:49 am
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